CM बोले- लाल सलाम को आखिरी सलाम
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने मध्य प्रदेश को विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाने की संकल्प को विधानसभा की पटल पर रखा। विधानसभा में मध्य प्रदेश को विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाने का संकल्प पारित हुआ। इस पर आज चर्चा के लिए 7 घंटे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा यह सदन 70 वर्षों में जनता के विश्वास के रूप में परिलक्षित हुआ है। अध्यक्ष जी अभी-अभी हमारी सरकार ने दो साल का कार्यकाल पूरा किया है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि हम सबने मिलकर न सिर्फ दूरगामी परिणाम के निर्णय लिए, बल्कि कई ऐसे निर्णय लिए जो माइलस्टोन के रूप में जाने जाएंगे, जो जनता के जीवन के बदलाव का हिस्सा बनेंगे। 11 दिसंबर को लाल सलाम को आखिरी सलाम किया। यह हमारे लिए गौरव की बात है।
दो साल में दूरगामी निर्णय
हमारी पार्टी की सरकार ने बीमारू राज्य को विकसित राज्य बनाया।
हमारे पास नीति भी है नियत भी है।
हमने नक्सलवाद को ध्वस्त किया है।
अवैध हथियार फैक्ट्री ध्वस्त की गईं।
मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने का निर्णय लिया गया।
जबलपुर और ग्वालियर में भी मेट्रोपोलिटिन सिटी बनेगी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि बाबा महाकाल की कृपा से विधानसभा के गठन के साथ विशेष सत्र का आयोजन लोक कल्याणकारी राज्य के कर्तव्य पथ पर चलने के लिए मार्ग प्रशस्त करने और संभाल बढ़ाने वाला होगा। मध्य प्रदेश में अप्रैल 2026 से सार्वजनिक परिवहन सेवा शुरू करने जा रहे हैं
विकास के लिए दोनों दलों के सुझाव जरूरी
यह तकनीक का क्षेत्र है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लोगों को हर क्षेत्र में चुनौती दे रहा है। मध्य प्रदेश की 8 करोड़ जनता के लिए प्रत्येक क्षेत्र में गतिशीलता लाना तभी संभव है, जब पक्ष-विपक्ष के दोनों दलों के विधायक मध्य प्रदेश विजन 2047 के लिए रचनात्मक चर्चा करें। हमें यह चर्चा करनी है कि अगले 25 वर्षों के विकास में हम कब कैसे और कहां पहुंचेंगे। पक्ष-विपक्ष दोनों की सकारात्मक सुझाव के आकांक्षाओं को साकार करने के जनता के प्रतिनिधि की रूप में महत्वपूर्ण दायित्व है। इन दायित्व को निभाकर हम लोगों की उम्मीद पर खरा उतर सकेंगे।
अध्यक्ष नरेंद्र सिंह बोले- जनता की आकांक्षाओं और अभिलाषाओं पर होगी चर्चा
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विशेष सत्र की बैठक पर मध्य प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के संबंध में चर्चा की जाएगी। हम सभी जानते हैं कि यह वर्ष वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने का भी है। मध्य प्रदेश के 8 करोड़ जनता की आकांक्षाओं और अभिलाषाओं को पूर्ण करने के लिए यह विशेष सत्र आयोजित किया गया है। 191 बाद विधानसभा के विशेष सत्र आयोजित हो चुके हैं। यह चौथा विशेष सत्र है। इससे पहले आजादी के 50 वर्ष पूर्ण होने पर दूसरा मध्य प्रदेश देश से छत्तीसगढ़ विभाजन और तीसरा सत्र 2015 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी सिंह चौहान के समय आयोजित किया गया था। यह चौथा विशेष सत्र है।